Tuesday, 20 June 2017

पहली नमस्ते परमात्मा को जिन्होंने हमें बनाया है

पहली नमस्ते परमात्मा को
जिन्होंने हमें बनाया है
दूसरी नमस्ते माता पिता को जिन्होंने हमें अपनी गोद में खिलाया है
तीसरी नमस्ते गुरुओं को
जिन्होंने हमको वेद और ज्ञान सिखाया है
चौथी और सबसे महत्वपूर्ण नमस्ते आप सभी दोस्तों को
जिन्होंने हमें अपने साथ जुड़े रहने का मौका दिया है

दुनिया में कोई भी चीज़ अपने आपके लिए नहीं बनी
दरिया : खुद अपना पानी नहीं पीता
पेड़ : खुद अपना फल नहीं खाते
फूल : अपनी खुश्बु अपने लिए नहीं बिखेरते
मधुमक्खी : खुद अपना शहद नही खाती

मालूम है क्यों
क्योंकि दूसरों के लिए ही जीना ही असल जिंदगी हैं🌺🌸


मुझे अपनी जिंदगी में आज एक चीज की तमन्ना है मेरे मालिक

जिस जिस की आंखें ये पढ़ रही है
उसका दामन सदा खुशियों से भरा रखना🌺🌸good morning frinds🌿🦋

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